VIJYA AKADSHI बिजया एकादशी (एक महात्म्य कथा )
मनुष्य की जिंदगी में अपने पुर्वजों के प्रति प्रेम की एक अपार श्रद्धा है । हमारे जिन्दगी में आज जो कुछ भी प्रकृति ने प्रदान किया है । उनमें हमारे पुर्वजों का बहुत बड़ा योगदान रहा है । उनके प्रति हमारी भी कुछ जिम्मेदारियां होती है जिनका सही ढंग से उपयोग करने पर हमारा जीवन सुखमय होता है और अपने पूर्वजों से हमें दुआ मिलती रहती है ।किस तरह से उनका भी कल्याण हो इस महात्म्य में इसका वर्णन किया गया है । जिन मां बाप ने हमें बड़े ही परिश्रम से,बड़े ही कष्ट से हमारे जीवन को संवारा है । हमारी एक छोटी सी मुस्कान के लिए जिन्होंने अपनी मुस्कान को कोई महत्व नहीं दिया ।हमें पग पग पर कोई ना कोई शिक्षा देकर ,प्यार देकर हमें बड़ा किया । देश दुनिया दारी का ज्ञान कराया । हमारी एक छोटी सी छोटी खुशियों का बखुबी से ध्यान रखा । अपने उपर किसी तरह का कोई कष्ट नहीं आने दिया । वो हमारे मां, बाप,दादा दादी या कोई प्रिय जन हमारे पूर्वज जो किसी न किसी कारण से हमें छोड़ कर इस दुनिया से प्रस्थान कर गए । प्राणों से भी प्रिय ...