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Showing posts from June, 2019

Wo DUS DIN वो दस दिन A SOCIAL STORY

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मां बाप एक ऐसे अनमोल हीरा है ।जिनका आंकलन स्वंय  ईश्वर नहीं कर सके  तो उनका आंकलन मनुष्य क्या कर पायेगा ।ऐसे ही एक मां बाप की कहानी को दर्शाया गया है।                                        एक गांव में रहने वाला व्यक्ति अपने छोटे भाई, पत्नी और तीन बच्चों के साथ खुुुशी खुशी    जीवन  बीता रहा था। लेकिन यह खुशियां ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाई । उसके चचेरे परिवार वालों ने उसे  इस कदर परेशान किया ,कि वह सारी दुनियादारी छोड़ कर भाग गया । अब घर  की सारी जिम्मेदारी  छोटे भाई महेंद्र के कंधे पर आ गई।उसने भाई  को ढूंढने की बहुत कोशिश की पर  भाई का कही  पता  नही चल सका ।  महेंद्र ने अपनी जिम्मेदारी बहुत बढ़िया से निभाया।वह भाई के बच्चों     को बड़े ही प्यार से पालने लगा।                                       चन्द  महिने बीते ही थे कि एक दिन उसके यहां एक पत्र आया।जो फौज से था। पत्र पढ़ कर महेंद्र के खुशी का ठिकाना ना रहा। भाई  राजीव को जबरजस्ती  फौजियों ने  ले जाकर  फौज में भर्ती कर लिया था ‌। कुछ दिन बाद जब वह पहली बार घर आया तो पुरे  गांव में  खुुुशी की लहर दौड़ गई।उस गांव का वह पहला फौजी था ।उ

KARAM FAL कर्म फल (RELIGIOUS STORY)

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मनुष्य के जीवन में कर्म  का बहुत महत्व है। मनुष्य जैसा कर्म करता है उसे वैसा ही फल मिलता है ।यह सत्य घटना उन दिनों की है जब भगवान श्रीकृष्ण  द्वारिका में बिराजमान थे।इस घटना को पढकर यह ज्ञात हो जाता है कि अपने कर्मों का फल भोगना ही पड़ता है । चाहे वह देवता हो या मनुष्य हो ।                                                        एक दिन भगवान श्रीकृष्ण के परम शिष्य नारदजी अपने स्वामी नारायण रूपी भगवान श्रीकृष्ण से मिलने द्वारिका जा रहे थे । रास्ते में उन्हें  धान के खेत दिखाई दिए । चारो तरफ हरियाली ही  हरियाली छाई हुई थी।धान की फसल पकने ही वाली थी। एक कतार में धान की झुकी हुई बालियां नारद जी का मन मोह रही थी। वे इतने मंत्र मुग्ध हो गये कि , उन्हें यह भी भान न रहा कि यह दुसरे का खेत है। उन्होंने धान की पांच बालियां भगवान श्रीकृष्ण को दिखाने के लिए तोड़ लिया । उन्हें ऐसा लगा कि भगवान श्रीकृष्ण देखेंगे तो खुश हो जायेंगे।जब  वे भगवान श्रीकृष्ण के सामने पहुंचे तो उन्होंने भगवान को पांचों बालियां दिखाई और कहा " देखिए प्रभु मैं आपके लिए क्या लाया हूं। मैं तो आनंदित हो गया ।  आप भी देखे

Talak ek Shatru तलाक एक शत्रु SOCIAL STORY

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एक ऐसे परिवार की  कहानी जो दिलोजान से प्यार करने वाले प्रेमी जोड़े को अलग करने में सफल हो गए। तलाक नाम का शत्रु उनके खुशियों पर ग्रहण लगाते चला गया।और दो दिलों को परिस्थितियों के हाथों अलग होने पर मजबुर कर दिया । उन्हें इस बात की कल्पना भी नहीं थी ।                                दोपहर का वक्त,एक तरूण जिसका नाम उमेश है ‌। कोर्ट के प्रांगण मेें एक बृक्ष के नीचे  चबुतरे पर लेटा हुआ है । सुर्य की  किरणे पेड़ के झरोखों को छेद कर उमेश के चेहरे पर पड़ रहीं हैं ।उमेेश दिमागी थकान से चूर हो कर नींद के आधीन हो गया है।उसका साथी लंच टाइम में कुछ पेपर वर्क करने  गया हुआ है । थोड़ी ही दूरी पर मधु अपने पिता के साथ बैठी है, जो उमेश को एकटक घुुरते जा रही है ।  आज उसके केस की तीसरी तारिख है। रह-रह के उसके जेहन में उमेश के साथ  बिताए गए जीवन के कुछ अच्छे क्षण याद आ रहे हैं ।उसे अच्छी तरह याद है ।उस दिन उमेश फिरोजी रंग की कमीज और काले  रंग की पेन्ट  पहने हुए थे ।                                                              उन्होंने मुझे तैयार हो ने को बोले "चलो आज कहीं घुम कर आते हैं"।मेरा घु

A GOOD THOUGHT FOR CHILDREN STUDENTS IN HINDI ( विद्यार्थी बच्चों के लिए शैक्षिक सुविचार )

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शिक्षा  ईश्वर की एक अनमोल रचना है।इसे सही ढंग से पाने के लिए ताकत की नही , बुद्धि की जरूरत होती है।अपने प्यारे  विद्यार्थी बच्चों के लिए हम कुछ अच्छे सुविचार संजोकर लाए हैं  ।हमारा मानना है कि इसे अपने जीवन शैली में उतार कर एक सफल विद्यार्थी बना जा सकता है ।                 ‌‌‌‌                                                                                                    एक सफल   विद्यार्थी को सबसे पहले अपने दिमाग़ में एक बात जरूर डाल लेना चाहिएअपने से बड़ों का आदर करना चाहिए और उनकी बात जरूर मानना चाहिए ,चाहे वो मां, बाप, भाई, बहन,गुरू, टयुटर, या अच्छा मित्र हो ।यदि आप इन सब की बात मानते हैं । तो  निश्चय है कि सफलता आपके कदम चूमेगी।चंद  बातें आपको अमल में लानी होगी ।                                                        ( 1)---- सुबह का समय--   पढाई का सबसे सुंदर समय सुबह के चार बजे से छः बजे तक होता है ।इसे ही ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है ।  अपने ऋषि मुनि  कोई भी शुभ कार्य इसी समय किया करते थे ।तभी उनको  किसी भी कार्य को करने में  हमेशा सफलता मिलती थी। एक सफल विद्यार्थी को इस