A THOUGHT OF HEALTH स्वास्थ्य विचार A Good Thought

मनुष्य के जीवन में स्वास्थ्य का बहुत बड़ा महत्व है ।स्वस्थ शरीर के लिए स्वस्थ मन का होना बहुत जरूरी है ।मन तभी स्वस्थ रहेगा । जब मनुष्य कोई अच्छा काम करेगा । जब मनुष्य कोई अच्छा काम करेगा । तो अच्छे-अच्छे- विचार आयेगे । मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए कुछ अतिरिक्त कार्य करने पडते है ।उन्ही अतिरिक्त कार्यो की जानकारी इस विचार में दी जा  रही है । 
 
अच्छे  स्वास्थ्य के लिए पांच बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। खानपान,साफ- सफाई, व्यायाम, शयन और जागरण  ।                                                  खान-पान --- स्वस्थ शरीर के लिए खान-पान  सही  होना चाहिए । स्वस्थ हेल्दी खाना  स्वास्थ्य को स्वस्थ  रखने में बहुत मदद करता है ।कम  खाएं, अच्छा और हेल्दी खाना खाएं ।भोजन को चबा चबाकर खाएं । बीच-बीच मे यदि पानी की आवश्यकता हो तो  जितना निहायत जरूरी है । उतना ही लेवें । भोजन के तुरंत  बाद कहीं बाहर न जाएं । चाहे तो मार्निंग वॉक के जैैैसा 1 किलोमीटर के अंदर तक जा सकते है । जरूरत हो तो कम से कम  आधे घण्टे के बाद पानी पी सकते हैं । खाना कभी भी जबरदस्ती ना खाये  । हो  सके तो  पांच निवाला कम खाने की आदत डालें ।इस आदत से आप कई रोगो से दूर रहेंगे ।एक सर्वे के अनुसार यह पाया गया कि जो लोग नियंत्रित भोजन मे  सयंम रखते हैं ।वे लोग  सतर वर्ष की उम्र में भी पैंतालीस वर्ष के दिखते  हैं । नियंत्रित  भोजन से हमारा तात्पर्य है कि  यदि हम चार चपाती और  एक 1 बाटी चावल लेतेे हैं। तो हमेशा  के लिए एक ही रूटीन रखते हैं ।                              यदि हम अनियंत्रित भोजन करते
हैं । तो  कई  रोगों को आमंत्रित करते हैं । जैसे गैस,  खटी डकार,  सिर का भारीपन आदि रोगों से परेशान रहते हैं । समय से खाना खाना भी अपने आप में एक महत्वपूर्ण बात है असमय खाने से भी  स्वास्थ्य बाधा आ सकती  है ।  अक्सर बच्चों को हो सके तो एक गिलास दूध  नियमित रूप से देना चाहिए।                                                       साफ- सफाई ---  शरीर को स्वस्थ रखने के लिए  साफ- सफाई का होना  भी बहुत  बड़ा योगदान रखता है । मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए अपने शरीर को साफ सुथरा रखना पड़ता है । अपने वस्त्र और वातावरण को भी साफ सुथरा रखना चाहिए ।                             व्यायाम --   शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम  भी उतना ही महत्व रखता है जितना भोजन का महत्व है । यदि आप व्ययाम करने में  सक्षम नहीं है । तो कम से कम पच्चीस सुर्य नमस्कार जरूर किजीए । सुर्य नमस्कार करने के लिए पांच मिनट का समय एक सामान्य मनुष्य भी दे सकता है । उसके अलावा मॉर्निंग वॉक भी कर सकते हैं । कुछ लोग तो हल्की दौड़ भी लगा लेते हैं ।कहने का तात्पर्य यह है कि व्यायाम करने से शरीर में फुर्ती बनी रहती है आलस्य नहीं आ पाता ।एक बात का ध्यान रखें यदि आप व्यायाम छोडना चाहते हैं तो  एका एक ही व्यायाम नहीं छोड़ सकते क्योंकि एकाएक छोड़नेेे से  बुरा परिणाम हो सकता है। नसे मोटी होनेे का डर बना रहता हैैै । यदि व्यायाम छोड़ना चाहते हैं तो उल्टे क्रम में छोडना चाहिए  । पहली बार  दस दूसरी बार पांच  तीसरी बार जीरो ।  व्यायाम से इतना फायदा है ,कि आप 25 वर्ष तक अपने शरीर को  जैसा  चाहे वैसा सेफ (आकार) दे सकते हैं  ।  व्यायाम के द्वारा     अपनी लम्बाई को बढ़ा सकते हैं । इसके लिए दो तरह के व्यायाम प्रसिद्ध है । पहला किसी  झूलने लाएक   जगह पर लटक कर दोनों हाथों के बीच में गुलाटी मारना चाहिए । समय पांच मिनट से ज्यादा नही होना चाहिए ।दूसरा  सीधे   पोजीशन में खड़े होकर  पैरों के  अंगूठे  को झूक कर स्पर्श करें । ऐसा करने से आप की लम्बाई भी बढ़ जायेगी और शरीर भी स्वस्थ रहेगा ।                 शयन---शयन का तात्पर्य सोने की सही जानकारी  होनी चाहिए। इसके लिए तीन तरह के आसन प्रसिद्ध है ।पहला आसन दाएं करवट सोना जो सबसेे ज्यादा नुकसानदेह है ।कारण भोजन को सही स्थिति में लेने के लिए  शरीर को 2 घंटे का समय लगता है।और मनुष्य को खाना खाने के बाद दो धंटे तक जागना संभव नहीं है । इस लिए वह सोना  ज्यादा पसंद करता है।  दाएं सोने की वजह से शरीर के कई अंग  जो भोजन को पचाने मेंं सहायक होते है । उल्टा स्थिति में आ जाने के कारण सही ढंग सेेे काम नहीं कर पाते ।और मनुुुुष्य को गैस,  खटी डकार ,और अपच की शिकायत हो सकती है । दूसरा पोजीशन है बाएं करवट सोना जो बिल्कुल नुकसानदेह नहीं है । और तीसरा है  चीतउतान यानी सीधा सोना । यह आसन सोने के लिए सबसे अच्छा आसन है।                                                            जागरण- कुछ लोगों को रात्रि जागरण का शौक होता है  कुछ लोगों को मजबूूूरन जागना पड़ता है ।पर यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है । विपरीत समय पर   जागरण करने से  शरीर को डबल एनर्जी खर्च करना पड़ता है। इसके अलावा मनुष्य को सर्दी जुकाम और कफ की शिकायत होने की संभावना रहती है। शरीर कितना भी स्वस्थ्थ रहें अस्वस्थ जैसा फीलिंग होता है । हो सके तो आनावश्यक जागरण को कम करनेे की कोशिश करें ।                              इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर सामान्य जीवन में सुखी और पूर्ण स्वस्थ रहा जा सकताहै। इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान एक सामान्य से सामान्य व्यक्ति भी रख सकता है ।                         दोस्तों यह स्वस्थ्य विचार  लोगों को कैसा लगा दो शब्द कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें धन्यवाद लेखक-भरत गोस्वामी 

Comments

  1. बहुत सुन्दर ।।
    सबसे बड़ी सम्पत्ति स्वास्थ्य है।

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