Wo DUS DIN वो दस दिन A SOCIAL STORY
मां बाप एक ऐसे अनमोल हीरा है ।जिनका आंकलन स्वंय ईश्वर नहीं कर सके तो उनका आंकलन मनुष्य क्या कर पायेगा ।ऐसे ही एक मां बाप की कहानी को दर्शाया गया है। एक गांव में रहने वाला व्यक्ति अपने छोटे भाई, पत्नी और तीन बच्चों के साथ खुुुशी खुशी जीवन बीता रहा था। लेकिन यह खुशियां ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाई । उसके चचेरे परिवार वालों ने उसे इस कदर परेशान किया ,कि वह सारी दुनियादारी छोड़ कर भाग गया । अब घर की सारी जिम्मेदारी छोटे भाई महेंद्र के कंधे पर आ गई।उसने भाई को ढूंढने की बहुत कोशिश की पर भाई का कही पता नही चल सका । महेंद्र ने अपनी जिम्मेदारी बहुत बढ़िया से निभाया।वह भाई के बच्चों को बड़े ही प्यार से पालने लगा। चन्द मह...